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51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रारंभ गाजे-बाजे के साथ निकली कलश यात्रा यज्ञ में आहुति डालकर करेंगे विश्व शांति की कामना

टीकमगढ़ शहर के मानस मंच परिसर में 24 से 27 अप्रैल तक 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन होना है। सोमवार शाम 5 बजे बानपुर दरवाजा स्थित गायत्री मंदिर से कलश यात्रा निकाली गई। शहर के प्रमुख मार्गो का भ्रमण करते हुए शाम 6:30 बजे मानस मंच परिसर में यात्रा का समापन हुआ।
गायत्री परिवार के राकेश मिश्रा ने बताया कि मानव में देवत्व के उदय, धरती पर स्वर्ग के अवतरण की परिकल्पना को साकार करने व विश्व कल्याण की कामना से अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से मानस मंच राजेन्द्र पार्क पर 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। आज समारोह के पहले दिन कलश यात्रा का आयोजन किया गया। कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी की पत्नी स्वाति द्विवेदी ने कलश का पूजन किया। यात्रा में गायत्री माता, रानी लक्ष्मीबाई, शंकर भगवान, सरस्वती माता आदि की आकर्षक झांकियां सजाई गई।
गायत्री शक्तिपीठ बानपुर दरवाजा से यात्रा प्रारंभ होकर राज राजेश्वरी हवेली मंदिर, हरिदास मंदिर होते हुए कटरा बाजार चौराहा, गहोई मंदिर, हिमांचल गली, तिरंगा तिराहा, जवाहर चौक, नजाई गेट, लुकमान चौराहा, सिंधी धर्मशाला, सैलसागर चौराहा, नजर बाग मंदिर के सामने से कोतवाली, गांधी चौराहा होते हुए कार्यक्रम स्थल मानस मंच पहुंची। जहां महाआरती के साथ कलश यात्रा का समापन किया गया कलश यात्रा के भ्रमण के दौरान जगह-जगह कलश यात्रा का स्वागत किया गया। विधायक राकेश गिरि, मुख्तार अहमद, इरफान खांन, जीवन सार संतसंग समिति, गहोई समाज, विप्र समाज, सिंधी समाज ने पुष्प वर्षाकर यात्रा का स्वागत किया। तीन दिवसीय यज्ञ महोत्सव के दौरान मातृ शक्ति संगठन समित की ओर से 24 से 27 अप्रैल तक के लिए समारोह स्थल पर ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है।
गायत्री परिवार के प्रमुख प्रबंध ट्रस्टी ओपी योगी ने बताया गया कि कलश यात्रा के साथ 25 अप्रैल से 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रांरभ होगा। इसमें षोडश संस्कारों के साथ गुरू दीक्षा संस्कार आकर्षण का केन्द्र रहेगा। यज्ञीय पंडाल में परम पूज्य गुरूदेव का साहित्य व गुरू गायत्री से संबंधित सामग्री के स्टॉल लगाए गए हैं


टीकमगढ़ दर्पण से गिरीश कुमार खरे की रिपोर्ट

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