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दीक्षांत समारोह के लिए एकत्रित हो रहा नदियों का जल

टीकमगढ़ । शहर के एक्सीलेंस कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर एपी चतुर्वेदी गुरुवार शाम को शिवधाम कुंडेश्वर पहुंचे। उन्होंने पवित्र जामनी नदी का जल कलश में भरा। जल कलश और शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र की मिट्टी लेकर छतरपुर के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत द्वितीय दीक्षांत समारोह का आयोजन 4 फरवरी को किया जा रहा है।

इसके उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी जिलो के ऐतिहासिक स्थलों, पवित्र नदियों व स्वतंत्रता संग्राम का स्मरण दिलाने वाले स्थल की पवित्र मिट्टी एकत्रित की जा रही है। इसके चलते गुरुवार को कुंडेश्वर से महाराजा छत्रसाल विश्व विद्यालय छतरपुर के लिए एक दल रवाना हुआ।
उन्होंने बताया कि कुंडेश्वर से जमडार नदी के तट की मिट्टी और जल लेकर कलश यात्रा भेजी गई। इस दौरान शासकीय पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एपी चतुर्वेदी, एल्युमिनी काउंसिल के अध्यक्ष राजेंद्र अध्वर्यु, पद्मेश पाठक, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. मुकेश अहिरवार, डॉक्टर राजेश सैनी, सोनू नापित, विक्रम चढ़ार, अनुराग नामदेव, प्रमोद कुशवाहा सहित एनएसएस के स्वयंसेवक, छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
शासकीय पीजी कॉलेज के एल्यूमिनी काउंसिल के अध्यक्ष राजेंद्र अध्वर्यु ने बताया कि जल कलश के साथ स्वाधीनता सेनानी पंडित बनारसीदास चतुर्वेदी के आश्रय स्थल की मिट्टी को भी कलश में भरकर छतरपुर भेजा। बनारसीदास चतुर्वेदी ने कुंडेश्वर में करीब 14 साल तक निवास किया। उन्होंने कुंडेश्वर में शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान, डाइट की स्थापना कराई थी और मधुकर नामक समाचार पत्र का संपादन किया था।

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