आदिवासी बस्ती मैं 5 माह सेअंधकार में गुजर-बसर कर रहे लोग कलेक्टर के दरबार में हुई सुबह
5 माह से नहीं आई आदिवासी बस्ती में लाइट, तो कलेक्टर के दरबार में जा कर डाला डेरा
टीकमगढ़,, जिला मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर दूर ग्राम कांटी में लगभग 5 माह से आदिवासी बस्ती में नहीं आई रोशनी, शासन प्रशासन भले ही गरीबों के उत्थान के लिए कागजों में कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित करें या गरीबों की मदद करने की ताल ठोके यह सब खोखला साबित हो रहा है, काटी गांव की आदिवासी बस्ती मैं लगभग 30 से 40 परिवार निवास करते हैं जहां तपती गर्मी के 4 मार्च तो गुजार लिए लेकिन बरसात में जब कड़कती बिजली और तेज बारिश होती है तो ऐसे में जहरीले कीड़े मकोड़ों का हमेशा अंदेशा बना रहता है और सोचते हैं कि आखिरकार झोपड़ी के अधिकार के साथ जीवन का अंधकार परस्पर शामिल ना हो जाए , ग्रामीणों ने बताया इस समस्या को लेकर कई बार विद्युत विभाग एवं जिम्मेदारों को अवगत करा चुके हैं लेकिन स्वतंत्र भारत में गरीबों की आवश्यकताएं कौन समझता साहब...इसी बात से तंग होकर लगभग तीन चार दर्जन लोगों ने आकर सुबह उठते ही कलेक्ट्रेट में आकर कलेक्टर के दरबार में डेरा डाल लिया आखिरकार बरसात के कीचड़ और मच्छरों से यहां सुरक्षा तो मिलेगी अब देखना यह होगा इतनी दृढ़ इच्छा से आए हुए लोगों की मदद की जाती है या फिर आश्वासन का खोखा हाथ में थमा या जाता है
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