कोरोना महामारी के समय मजदूरों को नहीं मिल रही मजदूरी पलायन को मजबूर ।
ग्रामीणों ने लगाया गंभीर आरोप पंचायत एजेंसी द्वारा मशीनों से कराया जाता काम कागजों में मस्टरोल भरकर मजदूरी दर्ज की जा रही ।
पलेरा:- ग्राम पंचायत बखतपुरा द्वारा सतवारा बमोरिया गांव में मशीनों से मनरेगा का कार्य कराया जा रहा है जिसमें मजदूरों को नहीं लगाया गया है गांव वालों ने आरोप लगाए हैं कि कोरोना महामारी के समय में मजदूरों को मजदूरी नहीं दी जा रही है फर्जी मस्टररोल डालकर कागजों में हाजी दर्ज कि जा रहे हैं काम मशीनों से किया जा रहा है और कोरोना महामारी के चलते मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है गांव के मजदूर पलायन को मजबूर हैं सोशल मीडिया पर गांव वालों ने वीडियो वायरल कर घटना की जानकारी साझा की सेक्टर प्रभारी सब इंजीनियर एवं सरपंच सचिव रोजगार सहायक के गठजोड़ से भ्रष्टाचार पनप रहा है गठजोड़ के जज्बे को सलाम करना बनता है जो फर्जी मजदूरी दिखाकर मशीनों से मनरेगा के कार्य कराए जा रहे हैं दिनेश कुमार निरंजन नाथूराम राजपूत संतोष पटेल ग्राम वासियों ने बताया की हाल ही में कोरोना महामारी में सरपंच द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलेरा कि रोगी कल्याण समिति के नाम ₹21000 की राशि दी गई है जिसकी खानापूर्ति पंचायत द्वारा भ्रष्टाचार करके निकाली जा रही उन्होंने आगे आरोप लगाते हुए बताया है कि ग्राम पंचायत बखतपुरा ने जितने भी कार्य किए गए हैं उनकी बारीकी से जांच की जाए तो सरपंच सचिव रोजगार सहायक का ईमानदारी का चोला जनता के सामने निकल के सामने आ जाएगा उन्होंने बताया है कि सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के अनुसार ग्राम पंचायत बखतपुरा के कामो की जानकारी मांगी गई भ्रष्टाचार की पोल ना खुल जाए जिसमें जानकारी दबाने का कार्य किया जा रहा है
इनका कहना है
सेक्टर प्रभारी सब इंजीनियर कालीचरण राजपूत है यदि मशीनों द्वारा मनरेगा में काम किया गया ऐसा कुछ वहां पाया जाता है वीडियो के आधार एवं मौके पर जांच प्रतिवेदन में मशीनों से होना पाया जाता है तो सुनिश्चित ही कार्यवाही की जाएगी।
आकांक्षा तिवारी (सहायक यंत्री)
जनपद पंचायत पलेरा
0 Comments