मडावरा l (अमित श्रीवास्तव) तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में रोज ही हो रहे अग्निकांड लढीले तार और टेढ़े खंभे की वजह से हो रहे हैं ढीले तार जब आपस में टकराते हैैं तो शार्ट सर्किट के कारण चिंगारी निकलती है इससे खेतों में गेहूं की खड़ी फसल में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैैं पिछले चार दिनों में करीब कई बीघा गेहूं की खड़ी फसल राख हो चुकी है बता दे गर्मी शुरू होते ही किसानों की दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं ऐसा इसलिए क्योंकि गर्मी में हवा चलने के कारण अग्निकांड की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं खून-पसीने से खेतों में लहलहाती फसलों को देखकर जब किसानों को खुशी होती है, उसी समय अग्निकांड कहर बनकर उनपर गिरती है पिछले कुछ दिनों में तहसील मडावरा के ईकाेना. हंसरी.सुखलगुवा गांव के इलाकों में हाई वोल्टेज तारों में शार्ट सर्किट के कारण नीचे खेतों की फसल के जलने की घटनाएं हुई हैं इससे किसान परेशान हैं चार दिनों में लगभग कई बीघा गेहूं की खड़ी फसल झुलसी ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों का कहना है कि बिजली के ढीले तार, टेढ़े खंभे, वर्षों पुराने जर्जर हो चुके उपकरण लोगाे की जान के लिए तो खतरा बने ही हैैं, इससे फसलों को भी नुकसान हो रहा है। ढीले तार हल्के हवा के झोकों के चलते जब आपस में टकराते हैैं तो शार्ट सर्किट के कारण चिंगारी निकलती है इससे खेतों में गेहूं की खड़ी फसल में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैैं पिछले चार दिनों के दौरान मडावरा तहसील के गावाे में लगभग कई बीघा गेहूं की खड़ी फसल इस तरह से जल कर राख हो चुकी है दर्जनों से ज्यादा किसान इससे पीडि़त हुए हैं
दर्जनों से अधिक किसान प्रभावित रोटी के लिए खरीदना पड़ेगा गेहूं बिजली विभाग की उदासीनता से ढीले व जर्जर तारों काे नहीं बदला जा रहा है
विद्युत विभाग के स्टाफ से कौन नहीं परिचित हैैं दशकों पहले जब बिजली की लाइन दौड़ाई जा रही थी, उस समय कोई प्लानिंग हुई नहीं तब खेतों से ही बिजली की लाइन दौड़ा दी गई जबकि बिजली के तार और खंभे सड़क व चकमार्ग से जाने चाहिए थे खेतों के ऊपर से बिजली के तार खींचे जाने के कारण अब वे परेशानी खड़ी कर रहे हैैं एक तो तार पुराने होकर अक्सर टूट जाते हैैं जिससे शार्ट सर्किट का खतरा हमेशा बना रहता ह इसी वजह से तारों के टकराने से अग्निकांड की हो रहीं घटनाएं यही नहीं तार ढीले होकर लटक रहे हैैं, जो हवा चलते ही आपस में में जब टकराते हैैं तो उससे चिंगारी निकलती है, जिससे गेहूं की फसल में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैैं। कभी तार टूटने तो कभी तारों के आपस में छू जाने से निकली चिंगारी से आग लगती है तो कभी ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी लपटों के रूप में परिवर्तित हो जाती है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान फसलों का हो रहा है। इस समय गेहूं की फसल पक चुकी है। जैसे ही उसमें चिंगारी पहुंचती है तो तेज आग फैल जाती है और देखते ही कई खेतों की गेहूं की फसल जल जाती है। जब तक किसान आग पर काबू पाने की कोशिश करते हैैं तब तक चार माह की मेहनत जल कर राख हो जाती है इस तरह बिजली के उपकरणों के चलते आग की दर्जनों घटनाएं सामने आ चुकी हैैं हाईटेंशन बिजली के ढीले तार और के टेढ़े खंभे हादसे को दावत दे रहे हैैं। यदि समय रहते विभाग ने इसे दुरुस्त नहीं किया तो किसी दिन बड़े हादसे का कारण बन सकता है विद्युत विभाग के अधिकारियों से कई ग्रामीणों ने कई बार शिकायत किया मगर नतीजा शून्य निकला l
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