दिनेशकुमार की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत पटना, विकासखण्ड मड़ावरा में
संध्याकालीन जनचौपाल का आयोजन किया गया।
संध्याकालीन जन चौपाल में जिलाधिकारी ने ग्रामवासियों को
मंच पर बुलाकर उनकी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना तथा सम्बंधित
अधिकारियों को मौके पर ग्रामीणों की समस्याओं के निस्तारण के
निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चौपाल में उपस्थित समस्त अधिकारी अपने
विभाग से सम्बंधित शिकायतों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण
सुनिश्चित करें।
इसके उपरान्त ग्राम के विकास कार्यों एवं योजनाओं की बिंदुवार
समीक्षा की गई। चौपाल में अधि0 अभि0 लोक निर्माण विभाग ने बताया कि यह ग्राम डोंगरा कला से 03 कि0मी0 पक्की सड़क से आच्छादित है। विद्युतीकरण की समीक्षा के दौरान बताया गया कि इस ग्राम में 170 विद्युत
पोल एवं 10 ट्रांसफार्मर स्थापित हैं। ग्राम में 12 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जाती है। इस दौरान ग्राम वासियों द्वारा शिकायत की गई कि ग्राम में 06 से 07 घण्टे ही विद्युत आपूर्ति की जाती है, इसके साथ ही ग्राम में 10 ट्रांसफार्मरों में 01 विगत 01 वर्ष तथा 01
विगत 06 माह से खराब स्थिति में है। इस पर जिलाधिकारी महोदय ने
अधि0अभि0 विद्युत को निर्देश दिये कि खराब ट्रांसफार्मरों को शीघ्र दुरुस्त करायें, जिससे ग्राम में आपूर्ति की जा रही विद्युत के समयावधि में वृद्धि हो सके।
स्वच्छ पेयजल की समीक्षा में बताया गया कि ग्राम में पूर्व से 32 हैण्डपंप
स्थापित हैं, इस पर ग्रामवासियों ने अवगत कराया कि 32 में 06 हैण्डपम्प
खराब हैं, इस पर हैण्डपंपों को ठीक कराये जाने के निर्देश दिये
गए। स्वच्छ शौचालयों की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम में स्वच्छ
भारत मिशन के तहत 191 शौचालय बनाये गए हैं, जिसमें से एस0बी0एम0 के तहत 20 शौचालय, एल0ओ0बी0 प्रथम के तहत 140 शौचालय एवं एन0ओ0एल0बी0 के तहत 31 शौचालय बनाये गए हैं। इस पर निर्देश दिये गए कि ग्रामवासी इन शौचालयों का प्रयोग अवश्य करें।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत बताया गया कि ग्राम में वर्ष
2016-17/2018-19 में 17 आवासों, वर्ष 2019-20 में 06 आवासों का निर्माण कराया गया था। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 10 आवासों के आवंटन का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके सापेक्ष 10 लाभार्थियों के आवास स्वीकृत किये गए हैं।
मनरेगा की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम में कुल 430
जॉबकार्ड बनाये गए हैं, जिसमें 165 क्रियाशील अवस्था में हैं, इसके
साथ ही 93 जॉबकार्डधारकों को रोजगार प्रदान किया गया है। इस
ग्राम में 5275 वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष 4472 मानव दिवस अब तक सृजित किये गए
हैं।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बताया गया कि ग्राम 09 स्वयं सहायता
समूह बनाये गए हैं, जिनमें कुल 93 सदस्य कार्यरत हैं। पेंशन योजनाओं की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम में वृद्धावस्था पेंशन के 35 लाभार्थी, निराश्रित महिला पेंशन के 27 एवं
दिव्यांग पेंशन के 06 लाभार्थी हैं, जिन्हें नियमित रुप से पेंशन
प्राप्त हो रही है। बाल विकास एवं पुष्टाहार की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम में 02 आंगनबाड़ी केन्द्र (पंचायत भवन एवं प्राथमिक विद्यालय में) संचालित हैं, जिसमें कार्यकत्री सीमा दुबे एवं सहायिका रामदेवी व फातमावी कार्यरत हैं। ग्राम में 06 माह से 03 वर्ष तक के 127 बच्चे, 03 वर्ष से 06
वर्ष तक के 115 बच्चे, 26 गर्भवती महिलाएं, 24 धात्री महिलाएं एवं 0 से
5 वर्ष के 240 बच्चें हैं, जिनमें 198 हरी श्रेणी में, 38 बच्चे पीली
श्रेणी तथा 04 बच्चे लाल श्रेणी में हैं।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बताया गया कि ग्राम में 327 पात्र गृहस्थी व 65 अन्त्योदय कार्डधारक हैं, जिन्हें उचित दर विक्रेता श्रीमती अनीता
दुबे द्वारा खाद्यान्न वितरण का कार्य किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम से ए0एन0एम0
श्रीमती विनीता एवं आशा श्रीमती पुष्पा देवी कार्यरत हैं, जो घर-घर जाकर
ग्रामवासियों को स्वास्थ्य सम्बंधी परामर्श एवं सेवाएं प्रदान करती हैं।
शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम में 02
प्राथमिक विद्यालय एवं 01 पूर्व माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं, जिनमें
निःशुल्क जूता-मोजा, पाठ्य पुस्तक, ड्रेस व स्वेटर वितरित किये गए हैं। मौके पर जिलाधिकारी ने विद्यालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता की जानकारी ली, जिस पर ग्रामवासियों ने बताया कि अध्यापक नियमित रुप से विद्यालय में आते हैं, तथा विद्यालय में छात्रों को दी जा रही
शिक्षा की गुणवत्ता भी ठीक है। मौके पर यह भी बताया गया कि ग्राम निधि से विद्यालय में कायाकल्प योजना के तहत कार्य कराया गया
है। चौपाल के उपरान्त ग्रामीण बच्चों ने ग्राम में खेल के मैदान की
मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी पाली को निर्देश दिये कि ग्राम में खेल के मैदान हेतु भूमि चिन्हित कर अवगत करायें। इसके साथ ही ड्राई राशन के वितरण की शिकायत आती
है तो सम्बंधित समूह के स्थान पर दूसरे समूह द्वारा वितरण कराया जाए।
इसके अलावा राजस्व विभाग का कोई कर्मचारी/लेखपाल अवैध धनराशि की मांग करता है तो तत्काल सूचना दें। उन्होंने ग्रामवासियों को कोरोना के प्रति सतर्क रहने, मास्क पहनने, सोशल
डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रेरित किया।
चौपाल में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 डी0के0 गर्ग, खण्ड विकास अधिकारी महरौनी सुनील कुमार, खण्ड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा रामगोपाल वर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी अवधेष सिंह, उपायुक्त मनरेगा, जिला कार्यक्रम अधिकारी पुष्पा वर्मा, जिला सूचना अधिकारी
पीयूष चन्द्र राय सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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