महाराजा छत्रसाल बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय
स्नातकोत्तर सत्र की कक्षाओं का उच्च शिक्षा मंत्री ने किया उद्घाटन
बुंदेलखण्ड जैसा शौर्य, साहस एवं पराक्रम दुनिया में नहीं
छतरपुर। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में महाराजा छत्रसाल बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय छतरपुर में अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, हिन्दी एवं संस्कृत के अध्ययन की स्नातकोत्तर सत्र 2020-21 की विधाआंे का उद्घाटन रविवार को शास्त्र विधि से सम्पन्न की गई पूजा के उपरांत फीता काटकर किया गया। इसमें 81 छात्रों ने प्रवेश लिया है। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि बुंदेलखण्ड की धरती जैसा शौर्य, साहस और पराक्रम दुनिया में कहीं नहीं है। इस धरा एवं जलवायु की विशेषता है कि यहां के रहवासियों को सब प्रकार की परिस्थितियों में रहने की आदत होती है।
उन्होंने कहा कि नवीन मांग करने की अपेक्षा यह जरूरी है कि जो संसाधन उपलब्ध हैं, उनका किस तरीके से बेहतर उपयोग किया जाए, यह सोचना जरूरी है। उन्होंने यूनिवर्सिटी में शुरू किए नवीन कोर्स की बधाई देते हुए कहा कि जो सुविधा मिली है उसका आनंद लंे। आप चार कदम आगे बढ़े है यह हर्ष की बात है। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय को छोड़कर महाराजा छत्रसाल बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय प्रदेश में दूसरा ऐसा विश्वविद्यालय है जो अपने बलबूते पर खड़ा है, यहां आय अधिक और व्यय कम है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय के भवन की मांग के संदर्भ में कहा कि महाविद्यालय और विश्वविद्यालय आपस में सामंजस्य एवं तालमेल से इसकी व्यवस्था करें। शासन के स्तर पर वित्तीय प्रावधान किए जाएंगे। उन्हों मतने कहा कि शिक्षा के संबंध में सरकार की नीति सार्थक एवं उपयोगी है केवल समन्वय को बेहतर करने की जरूरत है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि हेल्थ विभाग
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