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मुंगावली - बच्चे की सच्ची और प्रथम गुरु होती है माँ:- कनकजी

मुंगावली/ नगर के बूढ़े बालाजी मंदिर पर चल रही संगीतमय भागवत कथा तृतीय दिवस -: संकट मोचन समिति के द्वारा नगर के अतिप्राचीन बूढ़े बालाजी मंदिर पर ग्यारहवीं बार आयोजित की जा रही भागवत कथा के तृतीय दिवस कथा में बोलते हुए कहा कि माँ ही बच्चे की प्रथम और सच्ची गुरु होती है। माँ चाहे तो बच्चे को चोर, डाँकु, शराबी जुआरी बना सकती है और मां चाहे तो बालक को भक्त, दानी, शूरवीर बना दे। यह सब माँ पर ही निर्भर करता है। वहीं नारी के रूपों का बखान करते हुए व्यास पीठ ने कहा कि नारी के तीन रूप होते हैं पहला लक्ष्मी जो घर चलाने के लिये बनती है, दूसरा चंडी जो समाज को सुधारने के लिए और तीसरा सरस्वती जो अपनी सन्तान को संस्कारित बनाने के लिये बनती है। तो वहीं ज्ञान के बारे में बताते हुए कनक बिहारी जी ने बताया कि ज्ञान दो प्रकार के होते हैं आत्म ज्ञान और शब्द ज्ञान । बच्चा जब छोटा होता है तब क्रोध और प्रेम को समझता तो है लेकिन बोल नही पाता यानि उसे आत्म ज्ञान तो है परंतु शब्द ज्ञान न होने के कारण बोल नही पाता कथा में बोलते हुए व्यासपीठ से इनके द्वारा गुरु कि महिमा का भी बर्णन किया गया और बोले कि गुरु बिन ज्ञान सम्भव नही है।
तो हरि भजनों पर भक्त भी जमकर झूमे।
कन्हैया के लिए एक साल से गुल्लक में जोड़े पैसे किये दान- 
इस कथा में उस समय भक्त की भक्ति देखने मिली जब भातपुरा टोरिया निवासी कालूराम सांसी अपने छोटे से बच्चे को लेकर व्यासपीठ के पास पहुँचा और एक गुल्लक व्यासजी को दान की। इस गुल्लक के बारे में बताते हूए कालूराम ने बताया कि एक साल से कन्हैया के निमित्त दान के लिए गुल्लक में पैसा इकट्ठा कर रहा था जो आज कनक जी को दान की है। 
कृष्ण जन्म की सजेगी मनमोहक झांकी:-
कथा के चतुर्थ दिवस आज श्री कृष्ण जन्म की लीला का बर्णन किया जाएगा इस अवसर पर श्रीकृष्ण की मनमोहक झांकी संकट मोचन समिति के द्वारा सजाई जाएगी।

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