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वन कर्मियों की सजगता और ग्रामीणों के सहयोग से तार वारी में फंसी मादा तेंदुए को सुरक्षित निकालकर बचाईं जान ।

वन रक्षक की सजगता एवं ग्रामीणों के सहयोग से बची मादा तेंदुए की जान।
सकरा  गांव के पास तार वारी में फंसकर रह गई थी मादा तेंदुआ।
रमेश श्रीवास्तव ललितपुर
वन क्षेत्र मड़ावरा अंतर्गत धौरी सागर बीट के सकरा गांव के नजदीक किसान के खेतों के पहले जंगल से पूर्व लगी तार बारी में रात्रि के समय विचरण करते समय एक मादा तेंदुआ कटीले तारों के बीच उलझ गया तमाम प्रयास के बाद भी मादा तेंदुआ उलझे तारों के बीच से नहीं निकल पाया बाद ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे  वन कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से तार काटकर तेंदुए को मुक्त कराया । जंगली क्षेत्रों में बसे गांवों में रात्रि के समय जंगली जानवर गांव की सीमा में घुसकर गौवंश बकरियां आदि के शिकार की तलाश में आ जाते हैं । इस दौरान कई जंगली जानवर रात्रि के समय पानी से भरे  कुंआ गहरे गड्ढों आदि में गिर जाते हैं जिन्हें वन कर्मियों द्वारा समय समय पर सकुशल निकाला गया है। शुक्रवार की सुबह इसी तरह का घटना सकरा गांव में देखने को मिली जब ग्रामीण गांव से जंगल की ओर स्थित खेतों की तरफ निकले तो उन्हें तारें में फसा जंगली जानवर दिखाई दिया जो काफी गुस्से में था और इंसानों को पास आते देख जोर जोर से गुर्रा रहा था । ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन रक्षक प्रेम सिंह को दी जानकारी पाकर वन रक्षक प्रेम सिंह अन्य वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंच कर स्थति का जायजा लिया । नजदीक जाकर देखा तो कंटीले तारों में मादा तेंदुआ बुरी तरह उलझा हुआ था लाठियों के सहारे उसे निकालने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली आखिर कार तारों को काटने का निर्णय लिया गया बड़ी सावधानी एवं कड़ी मशक्कत के बाद वन कर्मियों एवं ग्रामीणों को तार काटने में सफलता मिली जब जाकर मादा तेंदुए को उलझे तारों से बाहर निकाला गया तेंदुए को जंगल की तरफ छोड़ दिया गया । तेंदुए की गर्दन तारों में फंसी थी अगर समय रहते नहीं निकाला जाता तो उसकी मौत भी हो सकती थी । तेंदुए को मुक्त कराने में वन रक्षक प्रेम सिंह, रुपम वाचड ,पूर्व प्रधान मुलायम सिंह यादव सकरा, राजेंद्र सिंह पीतम सिंह के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

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